एलियंस का छत्तीसगढ़ कनेक्शन, अमेरिका से पहुंची टीम
क्या एलियन होते हैं, वे कहां रहते हैं, कैसे दिखते हैं आदि इन सवालों के जवाब आज तक पहेली हैं. छत्तीसगढ़ के सिरपुर में एलियन यानी दूसरे ग्रहों के प्राणियों की मौजूदगी के सबूत मिलने का दावा किया जाता रहा है. इन रहस्यों को खंगालने और डाक्युमेंट्री में दिखाने के लिए अमेरिका की ‘एंशिएट एलियन’ की टीम पहुंची यहां पहुंची. टीम ने वरिष्ठ पुरातत्वविद् और पुरातत्व सलाहकार पद्मश्री डॉ. अरुण शर्मा के नेतृत्व में सिरपुर क्षेत्र की शूटिंग की.
आपको बता दें कि डॉ. शर्मा ने ही सिरपुर की खुदाई का नेतृत्व किया था. उन्होंने बताया कि अमेरिकी टीम ने सुबह से शाम तक सिरपुर के विभिन्न हिस्सों की शूटिंग की. उन्होंने बताया कि सिरपुर उत्खनन में बाजार क्षेत्र से करीब 2600 वर्ष पुरानी पकाई हुई मिट्टी के पुतले मिले थे. इन्हें सामान्य खिलौना नहीं कहा जा सकता. इनमें कुछ ऐसे हैं, जो पाश्चात्य देशों में मिले एलियंस के नाम से विख्यात मूर्तियों के ही समान हैं. इन्हें आज से 2600 वर्ष पहले सिरपुर के कलाकारों ने बनाया था.
अरुण शर्मा ने कहा कि जब पश्चिमी देशों के वैज्ञानिक सिरपुर आए, तब उन्हें कुछ मूर्तियों को दिखाया गया तो वे आश्चर्यचकित हो गए.
क्या नर्मदा के तट पर आते थे एलियन
पिछले दिनों रायसेन के पास मिले शैलचित्र के आधार पर दावा किया गया था कि नर्मदा नदी के तट पर एलियन सैर करने आते थे. नर्मदा घाटी में डायनासोर के अंडे भी मिलने का दावा किया गया था. यहां कई विशालकाय प्रजातियों के कंकाल भी मिले हैं. माना जाता है इस नदी के किनारे एलियन सैर करने आते थे.
रायसेन के करीब 70 किलोमीटर दूर घने जंगलों के शैलचित्रों के आधार पर अनुमान जताया है कि प्रदेश के इस हिस्से में दूसरे ग्रहों के प्राणी एलियन आए होंगे. यहां आदिमानव ने इन शैलचित्रों में उड़नतश्तरी की तस्वीर भी उकेरी है. इसके पास ही एक आकृति दिखाई देती है जिसका सिर एलियन जैसा है.
Related
RSS