सरीसृपों के प्रति और खासकर सर्पों के प्रति मानव जाति के अवचेतन मन में हमेशा ही भय का भाव रहा है। कारण है सांपों में पाया जाने वाला विष। आज हम आपको दुनिया के 10 सबसे विषैले सांपों के बारे में बताने वाले हैं जो जिम्मेदार हैं सबसे ज्यादा मानव जीवन की हानि करने के लिए..
नंबर १० रैटल स्नेक Rattlesnake
ये प्रजाति अमेरिका में पाई जाती है। इस प्रजाति के सांपों को पहचानना ज्यादा मुश्किल नहीं होता,क्योंकि इनकी दुम पर एक विशेष ध्वनि उत्पन्न करने वाला अंग होता है। जिससे ये अति विषैले सांप झुनझुने जैसी एक विशेष तरह की आवाज निकालते हैं। Rattlesnakes में Hemotoxic Venom पाया जाता है। जिससे खून के थक्के बन जाते हैं और सांस लेने में परेशानी होने लगती है। इसके जहर से शरीर में अंदरूनी टिश्यू तेजी से खराब होने लगते है। जिससे कुछ देर में लकवा भी मार सकता है। जल्द ही उपचार न मिलने पर मौत भी हो सकती है |
नंबर 9 ब्लैक माम्बा
ब्लैक माम्बा दुनिया का सबसे लम्बा, तेज और जहरीला सांप माना जाता है | यह अफ्रीका में पाया जाता है और अफ्रीका के सबसे जहरीले सांपो में से एक है। इसकी लम्बाई लगभग 14 फीट और रेंगनें की गति 20 कि.मी./घंटा होती है। इसका नाम ब्लैक माम्बा है, इसका मतलब यह नहीं की यह काले रंग का होता है। अपितु यह परिस्थिति के अनुसार अपना रंग भी बदल सकता है। ब्लैक मांबा बहुत तेज़ी से डसता है और एक दंश में कई बार डसता है इसके काटने पर मुँह से झाग आना,शरीर का तेजी से कांपना दोहरी चीजे दिखाई देना आदि लक्षण होते है अगर तुरंत ही उपचार न मिले तो मौत निश्चित होती है |
नंबर 8 डेथ एडर (Death Adder)
डेथ एडर दुनियाँ के सबसे जहरीले और घातक सांपो माने जाते है। ऑस्ट्रेलिया में पाया जाने वाला ये सांप घात लगाकर शिकार करता है। एक दंश में अपने शिकार के अंदर 40 से 100 मिलीग्राम तक ज़हर उगल देता है। इसके जहर का असर धीरे धीरे होता है और शिकार की सांस लेने की प्रणाली खत्म होती जाती है। शरीर के अंदरूनी हिस्से भी जहर के कारण काम करना बंद कर देते है और शिकार को लकवा मार जाता है अगर एंटीवेनम देने में देर की गयी तो शिकार का काम तमाम हो जाता है।
नंबर 7 वाईपर
लगभग पूरी दुनिया में पाए जाने वाले ये सांप अति विषैले होतें हैं। अपनी आक्रामकता के लिए मशहूर इन साँपों का ज़हर तेज़ी से फैलता है। तेज दर्द होता है और शिकार के मुहँ से खून आना शुरू हो जाता है। शीघ्र ही इलाज न हो तो शिकार की मौत निश्चित होती है।
नंबर 6 फ़िलिपीनी कोबरा
फ़िलिपीनी कोबरा आसानी से फिलीपींस के उत्तरी भागो में पाया जा सकता है। यह किसी को भी 3 मीटर दूर से काटने की क्षमता रखता है। इसका जहर शिकार के सांस लेने के अंगो को विशेष रूप से निशाना बनाता है। इसके जहर से तेजी से सर चकराना, तेज सर दर्द होना, अत्यधिक उल्टी होना और सांस लेने में परेशानी के लक्षण पाए जाते हैं। इलाज की गैरमौजूदगी में काटने से सिर्फ 30 मिनट के अंदर शिकार की मृत्यु हो सकती है |
नंबर 5 टाइगर स्नेक
ऑस्ट्रेलिया में पाए जाने वाला ‘टाइगर स्नेक’ बहुत ही ज्यादा विषैला सांप है। यह सांप छेड़े जाने पर बहुत ही आक्रामक हो सकते है और पलट कर जानलेवा हमला कर सकते है। इनके जहर में बहुत ही ज्यादा न्यूरोटॉक्सिन्स होतें हैं और टाइगर स्नेक के काटने के बाद पैरो और गले में दर्द, सुन्नपन के साथ सांस लेने में दिक्कत होना और लकवा मार जाना जैसे लक्षण हो सकते है।
नंबर 4 टैंइपेन (Taipan)
ऑस्ट्रेलिया में पाया जाने वाला टैंइपेन सांप बहुत ही फुर्तीला और जहरीला होता है। इसके जहर में बहुत तेज नयूरोटोक्सिक विष होता है। जो शिकार के शरीर में खून को जमा देता है। इनके जहर की दवाई के अविष्कार से पहले इसका काटा कोई भी शिकार नहीं बच पाता था।
नंबर 3 समुद्री सांप (Belcher’s Sea Snake)
साउथ ईस्ट एशिया और नॉर्थन ऑस्ट्रेलिया में पाया जाने वाला ये सांप समुद्र में रहता है। यह सांप इस संसार का सबसे ज़हरीला सांप है। इसके ज़हर की कुछ मिलीग्राम बुँदे ही 1000 इंसानो की मौत के लिए पर्याप्त है। हालांकि समुद्र में पाये जाने के कारण यह इंसानो के लिए इतना खतरनाक नहीं है। केवल मछुआरे ही मछली पकड़ते वक़्त कभी कभार इसका शिकार होते है।
नंबर 2 नीला करैत
करैत सांप दुनियाँ के सबसे जहरीले सांप माने जाते है और इनमे भी सबसे जहरीला नीला करैत माना जाता है। दक्षिण पूर्वी एशिया और इंडोनेशिया में पाया जाने वाला ये सांप अन्य सांपो का भी शिकार कर लेता है। नील करैत सांप का जहर कोबरा के जहर से भी कई गुणा ज्यादा जहरीला होता है और इसके काटने से कुछ ही समय में लकवा मार सकता है।
नंबर 1 इंनलैंड ताइपन (Inland Taipan)
जमीन पर पाये जाने वाले सांपो में सबसे ज़हरीला होता है इनलैंड ताइपन। एक बाईट में 100 मिलीग्राम तक ज़हर शिकार के शरीर में उगलता है। जो की बहुत ज्यादा नहीं है पर इतना घातक होता है कि 100 इंसानो को मौत कि नींद सुला सकता है। इनका ज़हर रैटल स्नेक की तुलना में 10 गुना और कोबरा की तुलना में 50 गुना ज्यादा घातक होता है। यह सांप आबादी से दूर रहना पसंद करता है इसलिए इंसानो से इसका आमना सामना बहुत कम होता है और यदि हो भी जाए तो ये वहाँ से बच निकलने की कोशिश करता है। आपको यह जान के आशचर्य होगा की इस सांप के द्वारा इंसानो को काटने का कोई मामला आज तक रिकॉर्ड नहीं हुआ है। इसलिए इसे संत सांप की भी उपाधि दी जाती है।
RSS