इंसान को सभ्य सामाजिक प्राणी माना जाता है लेकिन ऐसे उदाहरण भी भरे पड़े हैं जब ये सामाजिक प्राणि पूरी तरह से जानवर में तब्दील हो गया। वो भी नरभक्षी। इंसान ने कई बार ऐसा मजबूरी में किया तो कई बार सनक में। देखिए इंसान को इंसान का ही आहार बना देने वाले इतिहास में दफन कुछ किस्से..
एल्फर्ड पैकर(1874):
एल्फर्ड पैकर अमेरिकी का नागरिक था और सोने की खानों से सोने की खोज करना उसका पेशा था। इसके लिए वो अपने दल के साथ जगह-जगह की खाक छानता रहता था। 9 फरवरी 1874 का वो काला दिन इतिहास बन गया, जब वो 5 लोगों के दल के साथ निकल पड़ा कोलोराडो की पहाड़ियों में स्थित सोने की खान की खोज में। दो महीने तक उन पहाड़ियों में क्या हुआ ये आज भी रहस्य है, पर एल्फर्ड पैकर जब 2 महीने बाद वापस लौटा तो वो अकेला था। उसके सारे साथी गायब हो चुके थे। उसने बताया कि उसके पास खाने-पीने का सामान समाप्त हो गया तो उसने उन पांचों लोगों की लाशों को काट काटकर दो महीने तक खाया और किसी तरह से बचकर वापस आ गया। उसकी हकीकत जानने के लिए अमेरिकन पुलिस ने दो जांच आयोग बिठा दिए। उन दो जांच आयोगों के द्वारा उसको मानसिक रूप से तोड़ा गया तो उसने सारी सच्चाई बक दी। उसे बचपन से ही इंसानी मांस खाने की शिद्दत से तलब लगती थी। उसने अपने इसी शौक को पूरा करने के लिए उन पांच लोगों के साथ एक झूठा दल बनाया और एक झूठे सोना खोजी अभियान में निकल पड़ा।
रिवोल्यूशनरी यूनाइटेड फ्रंट (1991 से 2001 तक):
दक्षिण अफ्रीका के सियेरा लियोन का ये चर्चित क्रांतिकारी समूह था। जिसने 1990 के दशक में सरकार विरोधी अभियान का नेतृत्व किया। रिवोल्यूशनरी यूनाइटेड फ्रंट दक्षिण अफ्रीकी हीरों की खानों को बचाने के लिए लड़ रहा था। इस दौरान उसके सदस्यों ने जमकर नरभक्षण किया। दरअसल, ऐसा कर वो शत्रु की मानसिक और शारीरिक ताकत पाना चाहते थे। कितने लोग रिवोल्यूशनरी यूनाइटेड फ्रंट के शिकार बने, ये संख्या अनिश्चित है पर यकीनन ये आंकड़ा हजार में पहुंचा होगा।
जोसफ कोन्ये (1986 से 2009):
अगस्त 1961 में जन्मा जोसफ कोन्ये युगांडा युद्ध का सबसे बड़ा अपराधी है, जिसने वहां की सेनाओं को सालों तक बुरी तरह से छकाया। वह छोटे लड़कों और लड़कियों का अपहरण कर लेता था। उन्हें यातनाएं देता था। एक वाकया ऐसा भी सामने आया कि उसने एक दिन 10 महिलाओं के नाक-कान सामूहिक रूप से कटवाए और उन्हें जबरन बंदूक की नोंक पर इन अंगों को खाने के लिए मजबूर कर दिया। इसके बाद उन्हें उनके घर भिजवा दिया। एक बार अपहृत कई बच्चों को उसने देर तक कुछ भी खाने से मना कर दिया, लेकिन एक लड़का भूख बर्दाश्त नहीं कर सका और उसने कुछ खा लिया। जोसफ कोन्ये ने न केवल उस लड़के की हत्या कर दी बल्कि अन्य कई बच्चों को भी एक साथ मौत के घाट उतार दिया। जोसफ ने2007 तक 88 शादियां कीं, जिनसे 2006 तक उसने 42 बच्चे पैदा किए।
एंद्रेई चिकातिलो:
चिकातिलो यूक्रेन में पैदा हुए एक सीरियल किलर और बलात्कारी था। चिकातिलो ने 50 हत्याओं और दुष्कर्म की बात स्वीकारी थी। वह लोगों को दोस्त बनाकर उनकी हत्या करता और फिर उन्हें खा जाता। चिकातिलो को 14 फरवरी 1994 को रोस्तोव में मौत की सजा दी गई।
महारानी एलिजाबेथ बैथोरी (हंगरी-16वीं शताब्दी):
16वीं शताब्दी में हंगरी की महारानी एलिजाबेथ बैथोरी के जीवन के दो पहलू थे। एक में वह बेहद सफल और दूसरे में वह बेहद विक्षिप्त सीरियल किलर थी। वह कैचटिस महल में अकेले रहती थी और यहां उसने 650 से अधिक जवान लड़कियों को प्रताड़ित करके उनकी हत्याएं कर दी थीं। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि राजनीतिक कारणों से ये बढ़ा-चढ़ाकर कही गई बातें हैं। दुष्ट महारानी एलिजाबेथ बैथोरी की मौत के बाद भी घटनाओं को रिकॉर्ड के रूप में दर्ज नहीं किया गया था।
स्टेला मैरिस कॉलेज रग्बी टीम(1972):
13 अक्टूबर 1972 को यह टीम मैच खेलने के लिए मोंटेवीडियो, उरुग्वे से सैंटियागो, चिली जा रहा था। खराब मौसम और तकनीकी दिक्कत की वजह से जहाज चिली और अर्जेंटीना के बॉर्डर पर दुर्गम पर्वतों में क्रैश हो गया। तीन देशों की कई सर्च टीमों द्वारा 11 दिनों तक फ्लाइट में सवार 45 लोगों को ढूंढा गया, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। इसके बाद खोज अभियान बंद कर दिया गया। इस बीच 72 दिन बाद जहाज पर सवार 16 लोगों का पता चला, जिन्होंने जीवित रहने के लिए अन्य मृत यात्रियों का मांस खाया था। इस हादसे में शुरुआत में 27 लोग बचे थे, लेकिन काफी लोग गंभीर रूप से घायल थे। ऐसे में जब भोजन की जरूरत पड़ती तो सबसे कमजोर व्यक्ति की मिलकर हत्या कर दी जाती और उसके मांस से पेट भरा जाता था।
रातू उडरे (फिजी, 19वीं शताब्दी):
19 शताब्दी में रातू उडरे फिजी के एक कबीले का मुखिया था। ये कबीला मानव भक्षण में यकीन करता था। रातू उडरे को अबतक का सर्वाधिक दुर्दांत इंसान बताया गया है, जो व्यक्तियों का सिर पकाकर खाया करता था। रातू उडरे अपने पास खाए हुए व्यक्तियों की गिनती के लिए 1 पत्थर का टुकड़ा रखता था, जो 872-999 तक माने गए हैं। उसका मानना था कि 1000 व्यक्तियों के शरीर के टुकड़े खाने पर वो अमर हो जाएगा, पर 999 तक पहुंचते-पहुंचते उसकी मौत हो गई। रातू उडरे की मौत के बाद उसकी कब्र के साथ मानव गिनती वाले सभी पत्थरों को सुरक्षित रख दिया गया।
यो यंग-चुल( दक्षिण कोरिया-2003/04):
यो यंग-चुल दक्षिण कोरियाई सीरियल किलर और इंसानी मांस का भक्षक था। यो यंग-चुल ने 2003-2004 के बीच 21 लोगों की हत्याएं कीं, जिनमें से अधिकतर अमीर बुजुर्ग या वेश्याएं थी। सभी की हत्याएं वो हथौड़े की मदद से करता था। यो यंग-चुल ने 11 लोगों के मृत शरीर के टुकड़े पकाकर खाए थे। दक्षिण कोरिया की सुप्रीम कोर्ट ने उसे 19 जून 2005 को फांसी की सजा सुनाई, जिसके तुरंत बाद उसे मौत दे दी गई।
चिजोन फैमिली(दक्षिण कोरियाई गैंग-1993-1994):
दक्षिण कोरिया के इस गैंग की नींव किम की-व्हान ने 1993 में रखी थी, जिसके साथ अन्य जेलों से निकले 6 अन्य लोग थे। चिजोन फैमिली सिर्फ अमीर लोगों को निशाना बनाता था। उनकी हत्याएं कर देता था और मांस खा जाता था। कई बार तो इसने फिरौती की रकम मिलने के बाद भी हत्याएं कर दीं। इस सभी को 1994 में पकड़ा गया और मौत की सजा दी गई। अमीरों की पहचान स्थापित करने के लिए इन्होंने 1200 उन लोगों की लिस्ट एक दुकान से खरीदी, जो क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते थे। मौत की सजा पाने के बाद एक आरोपी ने टीवी रिपोर्टर से कहा था कि उन्हें दुख है कि वो सिर्फ 5 की हत्या कर उन्हें खा सके।
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