सिनेमा जगत के इतिहास में जापानी फिल्म डायरेक्टर अकीरा कुरोसावा (Akira Kurosawa) आज तक के सर्वश्रेष्ठ फिल्म डायरेक्टर्स की लिस्ट में आते हैं. विश्व के बड़े सारे नामी डायरेक्टर भी कुरोसावा के गुण गाते फिरते हैं. अकिरा की फ़िल्में न सिर्फ कमर्शियली हिट थी अपितु फिल्म क्रिटिक और कला के स्तर पर भी हिट थी.
पूरी दुनिया व भारत में भी फिल्म जगत की पढाई से जुड़े कोर्सेज में भी अकीरा कुरोसावा की फिल्म डायरेक्शन कला के बारे में जरुर पढाया जाता है. छात्रों को अकिरा कुरोसावा की फिल्में दिखाई जाती है, उनपर निबंध लिखे जाते हैं. आखिर अकिरा कुरोसावाकी फिल्मों में ऐसा क्या है जिससे वह फिल्म जगत में अमर हो गए, जानते हैं इस पोस्ट में .
अकीरा कुरोसावा के बारे में प्रसिद्ध भारतीय डायरेक्टर सत्यजित रे ने कहा था – अकीरा की फिल्म राशोमोन ने मुझे बिजली सा झटका दिया. मैंने पुनः अगले दिन लगातार तीन बार फिल्म देखी और हर बार हैरत में पड़ जाता था कि क्या कोई अन्य फिल्म ऐसी हो सकती है जोकि फिल्म के हर पहलू पर डायरेक्टर की जबर्दस्त पकड़ और प्रभाव का लाजवाब उदहारण हो.
अकीरा कुरोसावा की बेस्ट फ़िल्में :
सन 1910 में जापान में जन्मे, 8 भाई-बहनों में सबसे छोटे अकीरा के पिता एक समुराई खानदान के वंशज थे. अकीरा ने अपने करियर की शुरुआत एक पेंटर के रूप में की पर बाद में वो फिल्म निर्माण के क्षेत्र में आ गये. सालों तक कई फिल्मों में अनुभव लेने के बाद अकीरा ने 1943 में फिल्म Sanshiro Sugata से अपने डायरेक्शन करियर की शुरुआत की.
अपने 57 साल के लम्बे करियर में अकीरा ने करीब 30 फिल्मों का निर्माण किया. अकीरा की सबसे प्रसिद्ध फिल्मों में Seven Samurai, Rashomon, To live, Yojimbo, Throne of Blood, Kagemusha, Ran, The Hidden fortress, High and low का नाम आता है.
– जापानी फिल्म डायरेक्टर अकीरा कैमरा मूवमेंट और कम्पोजीशन के जादूगर थे. इसके साथ ही हर सीन के एक –एक फ्रेम में अपने पात्र को नए-नए तरीके से चित्रण करने में भी अकीरा को महारत हासिल थी. अकीरा अपने करियर की शुरुआत में एक पेंटर थे और इसका प्रभाव अकीरा की फिल्मों में बेहद रंगीन व खूबसूरत कम्पोजीशन के रूप में देखा जा सकता है.
– फिल्मों में बड़े-बड़े पंखो की मदद से हवा, तूफ़ान और धूल उड़ने के इफ़ेक्ट की शुरुआत अकीरा ने ही की थी. अकीरा की ज्यादातर फिल्मों में बारिश के सीन होते थे. अकीरा इन सबका प्रयोग फिल्म में एक खास मूड को पैदा करने और उभारने के लिए करते थे. ये सब इफ़ेक्ट उनकी फिल्मों के थीम के साथ बखूबी जुड़ जाते थे.
– अकीरा की Japanese films की खास स्टाइल और तकनीक का उपयोग दुनिया भर के डायरेक्टर्स ने किया और गिनती ही नहीं है कि कितनी फिल्मों में इसका प्रभाव देखा गया. अकिरा के प्रयासों को जब Western directors ने नोटिस किया तो पूरी दुनिया में अकीरा की ख्याति फ़ैल गयी.
– दुनिया के सारे प्रसिद्ध फिल्म जगत के अवार्ड Golden Lion, Bafta, Oscar आदि करीब 76 से भी अधिक अवार्ड्स की बारिश अकीरा पर हुई. अकिरा एक मल्टीटेलेंटेड फिल्मकार थे जोकि अपनी फिल्मों को स्वयं लिखते, एडिट करते, प्रोड्यूस और डायरेक्ट करते थे.
फिल्म प्रक्रिया के बारे में अकीरा कुरोसावा (Akira Kurosawa) ने कहा था – फ़िल्में बनाना मेरे लिए सभी चीजों का संगम है. इसीलिए मैंने सिनेमा के प्रति अपना जीवन समर्पित किया. फिल्मों में पेंटिंग और साहित्य, म्यूजिक और थिएटर सब एक साथ आ जाते हैं. फिर भी एक फिल्म सिर्फ फिल्म ही होती है , जब तक कि कैमरा एक कवि की दृष्टि से नहीं देखता.
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