बॉम्बार्डियर बीटल जिसके पास है आग्नेयास्त्र
शायद ही आप इसके बारें में जानतें होंगे | यह धरती पर एक ऐसा जीव हैं जो किसी आश्चर्य से कम नहीं | इस बीटल में एक ऐसी सुपर पावर पाई जाती हैं | जिसके कारण बड़े से बड़े और खतरनाक से खतरनाक जीव या जानवर या इंसान इससे उलझने से पहले अनेक बार सोचता हैं |
यह बीटल सामान्यता एशिया और अफ्रीका महादीपों में पाया जाता हैं | इस बीटल की 500 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं | Bombardier Beetle की लगभग सभी प्रजातियाँ माँसाहारी होती हैं | आश्चर्यजनक बात यह हैं कि जो जीव इसको हानि ( खाने या मारने ) पहुँचाने की कोशिश करता हैं | तब यह बीटल अपने पिछवाड़े से 100 ०C से भी अधिक गर्म तरल पदार्थ की फौव्वार छोड़ता हैं | जब यह गर्म तरल पदार्थ की फौव्वार किसी जीव पर गिरती हैं तो प्रभावित जीव को बहुत तेज जलन व पीड़ा होने लगती हैं | इस पदार्थ से जलने की तुलना किसी गर्म पानी से हाथ जलने से की जा सकती हैं |
इस बीटल के शरीर में 2 अलग – अलग चेम्बर पायें जाते हैं जिनमे से एक चेम्बर में हाइड्रोक्विनोन और दुसरे चेम्बर में हाइड्रोजन परॉक्साइड पदार्थ उपस्थित होतें हैं | हाइड्रोक्विनोन और हाइड्रोजन परॉक्साइड पदार्थ बीटल के पेट में तरल रूप में होंते हैं | इन पदार्थों को बीटल बचाव की स्थिति में अपने शत्रु पर डालने से पहले यह बीटल इन दोनों पदार्थों को मिलाकर एक जहरीला पदार्थ बनाता हैं जिसे बेन्जोक्विनोन के नाम से जाना जाता हैं |
यह पदार्थ एसिड ( Acid ) जैसा होता हैं | यह ऑक्सीजन की उपस्थिति में तेजी से उबलने लगता हैं | और इसमे एक तीव्र क्रिया ( Reaction ) होता हैं | जिससे ये दोनों मिलने पर एक छोटा सा विस्फोट होता हैं | Bombardier Beetle इस तरह की फौव्वार लगभग 20 बार तक छोड़ सकता हैं | यह शत्रु की आँखों में गिर जाने पर उसको अंधा बना सकता हैं | कुछ मामलों में यह शत्रु को मारने के लिए काफी हैं | इस प्रक्रिया को पूर्ण होने में कुछ क्षण ही लगते हैं | कुछ बीटलों से निकलने वाले तरल जहरीले विस्फोटक पदार्थ का ताप 200 ०C से भी अधिक हो सकता हैं |
हाल ही में हुए एक रिसर्च से पता लगा हैं कि इस बॉम्बर बीटल के पिछवाड़े से निकलने वाले गर्म जहर से आग तक लग सकती हैं |
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