भारत भर में कई ऐसे ऐतिहासिक प्लेसेज हैं, जिनके बारे में तमाम डरावनी बातें फैली हुई हैं। ऐसी ही एक जगह है राजस्थान के कोटा शहर में स्थित ब्रजराज भवन पैलेस। इस महल को देश की 10 सबसे ज्यादा डरावनी जगहों में शामिल किया जाता है। करीब चार दशक पहले इसे एक होटल का रूप दे दिया गया था, इसके बाद भी कुछ लोगों ने महल के अंदर डरावने अनुभव किए। इस महल में कभी चौकीदारी करने वाले राजाराम कुमावत के बेटे माधव से बात की। माधव ने इस महल से जुड़ी कई बातें शेयर की। उन्होंने बताया कि कैसे यहां ड्यूटी पर सोने वाले गार्ड को अचानक थप्पड़ पड़ता है और किस वजह से इसे हॉन्टेड पैलेस कहा जाता है।
क्या है ब्रजराज पैलेस का इतिहास
राजस्थान के कोटा शहर में चंबल नदी के किनारे बना आलीशान महल ब्रजराज पैलेस करीब 190 साल पहले बनाया गया था। ये कोटा के रजवाड़े खानदान की अमानत है। देश में जब ब्रिटिश शासन आ गया तो इस पर भी अंग्रेजों ने कब्जा कर लिया। इस महल में अंग्रेजों के बड़े अफसर रुकते थे। बताया जाता है यहां आज भी एक अंग्रेज अफसर का भूत घूमता है।
मेजर बर्टन का निवास था ब्रजराज भवन
बताया जाता है कि ब्रिटिश शासनकाल में यहां अंग्रेजी सेना का अधिकारी मेजर बर्टन रहता था। वो इतना क्रूर था कि आम लोगों के साथ उसके सैनिक भी मेजर से बहुत त्रस्त रहते थे। उसके सैनिक हमेशा उसे मारने का मौका
1857 में इसी महल में की गई थी मेजर की हत्या
1857 में जब प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का बिगुल बजा तो इसी महल में मेजर बर्टन को अंग्रेजी सेना में शामिल भारतीय सिपाहियों ने मौत के घाट उतार दिया। यही नहीं उसे बचाने के लिए आए उसके दो बेटों को भी सिपाहियों ने मार डाला। इसके बाद सालों तक यह भवन वीरान बना रहा। आजादी के बाद इस भवन को राजघराने के सुपुर्द कर दिया गया।
रानी ने देखा था मेजर का भूत
महल के चौकीदार राजाराम के बेटे माधव ने बताया कि “उसके पिता जी इस बात की चर्चा करते थे कि साल 1980 में उस मेजर के भूत को रानी ने अपनी आंखों से उसी हाल में देखा था, जहां उसे मारा गया था। तब से ये बात तेजी से फैल गई कि इस भवन में अंग्रेज का भूत रहता है। जिसके बाद यह शानदार महल हॉन्टेड पैलेस कहा जाने लगा।”
ड्यूटी पर सोने वाले गार्ड को पड़ता है थप्पड़
माधव का कहना है- “इस महल के बारे में ऐसी मान्यता है कि यहां ड्यूटी पर अगर कोई गार्ड सोया तो उसे सोते समय एक जोरदार थप्पड़ पड़ता है। यह थप्पड़ किसने मारा यह पता नहीं चलता। लोग मानते हैं कि उस मेजर की आत्मा ही थप्पड़ मारती है। यही नही सिगरेट पीने वाले लोगों को भी इसका शिकार होना पड़ता है। हांलाकि, मेरे पिता के साथ ऐसा कभी नहीं हुआ।”
1980 में बना दिया गया होटल
माधव ने बताया- “साल 1980 में इस शानदार पैलेस को होटल का रूप दे दिया गया। लेकिन, होटल में रुकने वाले लोगों का मानना है कि वहां रुकने पर किसी नाकारात्मक शक्ति का आभास होता है। धीरे-धीरे ये बात भी फैलने लगी और होटल में आने वालों की संख्या कम हो गई। हांलाकि, ये राजस्थान घूमने वाले विदेशियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।”
शानदार सुविधाओं से युक्त है ये पैलेस
अब होटल का रूप ले चुके ब्रजराज भवन पैलेस में तमाम आलीशान सुविधाएं हैं। इस महल में 7 एसी कमरे हैं। यहां, सैलानियों के लिए सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। पैलेस के परिसर में टेनिस और बैडमिंटन कोर्ट भी उपलब्ध हैं। इसके सामने एक हरा-भरा गार्डेन है, जिससे इसकी सुंदरता में चार चांद लग जाता है।
क्या कहते हैं इतिहासकार
राजस्थान के तमाम ऐतिहासिक स्थानों पर शोध के बाद किताबें लिख चुके डॉ. पेमा राम का कहना है कि- “आत्मा का अस्तित्व होता है इसमें कोई शक नहीं, लेकिन ब्रजराज भवन पैलेस में गार्ड को थप्पड़ मारने के मामले में कुछ साफ नहीं कहा जा सकता। यह शोध का विषय है। इन सब के बावजूद आत्माओं के होने की बात भी झुठलाई नहीं जा सकती है।”
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