अगर आप दुबई की सड़कों पर निकर रहे हैं, तो यहां आपको कार या मोटरबाइक पर राइडिंग करती पुलिस वुमन दिख ही जाएगा। हालांकि, किसी कट्टरपंथी अरब रीजन में ये नजारा इतना सामान्य नहीं है, लेकिन दुबई के लिए है। यहां तो अब महिलाएं पुलिस के रोल में भी पुरुषों के साथ बराबरी कर रही हैं। फीमेल प्रोटेक्शन स्क्वेड ही रॉयल फैमिली और वीआईपीज को प्रोटेक्शन देती है।
पुरुषों से बेहतर महिलाएं
1994 में आल फीमेल वीआईपी प्रोटेक्शन स्क्वेड की नींव पड़ी। इस वक्त स्क्वेड में 45 महिलाएं हैं, जो शूटिंग, मार्शल आर्ट्स और कॉम्बैट टेक्निक से ट्रेन्ड हैं। ये स्क्वेड बड़ी संख्या में वीआईपीज को सुरक्षा देती हैं। ये दुबई के रूलर शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मख्तूम और क्राउन प्रिंस शेख हमदन बिन मोहम्मद बिन अल मख्तूम को भी सिक्युरिटी देती हैं।
यूनिट की असिस्टेंट मैनेजर मेजर सैफ अहमद ने कहा कि मुझे महिला और पुरुषों की प्रोटेक्शन टीम में कोई अंतर नहीं दिखता है। दोनों का सिर्फ एक ही टारगेट है वीआईपी की सुरक्षा। मुझे कई बार ऐसा भी लगता है कि पुरुषों से बेहतर महिलाएं हैं। मुझे लगता है कि वो ज्यादा जिम्मेदार हैं।
इतनी हैरानी से देखते हैं लोग
यूनिट में पहली वॉरंट अफसर फातिमा सईद ने 11 साल पहले स्क्वेड ज्वाइन की थी। वो एक बेहतरीन मोटरसाइकलिस्ट हैं। उन्होंने कहा कि हम जब भी आउटडोर ड्यूटी पर होते हैं तो बहुत से लोग हमें देखकर हैरान रह जाते हैं और हमारी फोटोज लेना चाहते हैं।
फातिमा के मुताबिक, वो महिलाओं के ऐसे स्पोर्ट्स बाइक चलाते देख हैरान होते हैं। इतना ही नहीं, जब महिलाओं को वीआईपी को प्रोटेक्शन देते देखते हैं, तो भी उनका रिएक्शन ऐसा ही होता है। कई बार उन्होंने ये ख्वाहिश भी जाहिर की कि वो दुबई पुलिस और हमारा डिपार्टमेंट ज्वाइन करना चाहते हैं।
इन खासियतों पर होता है सेलेक्शन
स्क्वेड में महिलाओं का सेलेक्शन उनकी शार्पनेस, तेजी और ताकत पर होता है। सितंबर 2017 में टीम को ज्वाइन करने वाली फर्स्ट कॉर्पोलर सारा जमाल ने बताया कि उनका सेलेक्शन उनकी शूटिंग स्किल के चलते हुआ। उन्होंने कहा, ”मैं शूटिंग टेस्ट में गई। शुक्र है कि मेरे सभी अटेम्प सफल रहे। हर बार मैं सही टारगेट पर निशाना साधने में कामयाब रही।”
बराबरी में लाने की कोशिश
फातिमा सईद ने कहा कि बहुत साल पहले तक लोगों की सोच थी कि अरब महिलाएं पुलिस में पुरुषों के साथ काम करने की हकदार नहीं होंगी, लेकिन अब आप देख सकते हैं कि सबकुछ बदल गया है। अब महिलाएं बाइक चला रहीं और प्लेन तक उड़ा रहीं। शेख मोहम्मद महिलाओं को पुरुषों की बराबरी में टॉप पोजीशन पर ले जाना चाहते हैं।”
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