भारतीय रेलवे एक ऐसा साधन है जिसका उपयोग लाखों यात्री रोजाना करते है. रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का आना जाना और यात्रियों के चहल-पहल से ट्रेन और स्टेशन दिन रात गुलजार रहते है. देश भर के रेलवे स्टेशनों पर यात्री, रेलकर्मी और ट्रेन तो होते है. मगर भारत के ऐसे भी कई रेलवे से स्टेशन है जहां आम इंसानों के अलावा आत्माएं भी अपने होने का एहसास कराती है. आज हम आपको कुछ ऐसे ही रेलवे स्टेशनों के बारे में बतायेंगे जहां पर आत्माओं के होने का दावा किया जाता रहा है.
रविद्र सरोवर मेट्रो स्टेशन
भूतही रेलवे स्टेशनों के नाम में पहला नाम आता है रविंद्र सरोवर मेट्रो स्टेशन. पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के इस स्टेशन के आसपास ट्रेनों की चपेट में आने से हुई लोगों की मौत के बाद उनकी आत्माएं स्टेशन के आसपास भटकती है. लोगों के मुताबिक इस स्टेशन से आखरी ट्रेन रात 10:30 बजे यहां से गुजरती है. कहा जाता है ट्रेन को पकड़ने वालों को अजीबो गरीब आवाजें सुनाई देती है और तो और इस स्टेशन के आखिरी प्लेटफार्म पर जाना वर्जित कर दिया गया है.
कोलकाता का यह मेट्रो स्टेशन सुसाइड प्वांट माना जाता है. कारण यह है कि यहां पर कई लोगों ने ट्रैक पर कूद कर आत्माहत्या की है. वैसे भूत प्रेतों में विश्वास नहीं करने वाले लोग यह मानते हैं कि यह मेट्रो स्टेशन टॉलीगंज टर्मिनल के बाद पड़ता है जहां अधिकांश मुसाफिर उतर जाते हैं. इसलिए यहां अधिक भीड़ नहीं रहती है. यही कारण हो सकता है कि इस मेट्रो को सुसाइड प्वांट और भूतहा कहा जाता है.
एमजी रोड मेट्रो स्टेशन
भूटिया रेलवे स्टेशनों के लिस्ट में अगला नाम आता है गुड़गांव के MG रोड मेट्रो स्टेशन. बताया जाता है कि इस स्टेशन के पास एक महिला ट्रेन की चपेट में आ गई थी. हादसे में उसकी दर्दनाक मौत हो गई. घटना के बाद महिला की आत्मा आज भी कई सालों से इसकी स्टेशन के इर्द-गिर्द भटकती है. लोगों की माने तो इस स्टेशन के आसपास उस महिला की आत्मा को भटकते हुए कई बार देखा जा चुका है.
सुहागपुर रेलवे स्टेशन मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश में स्थित भारतीय रेलवे का सुहागपुर रेलवे स्टेशन भी भूतिया स्टेशनों के लिस्ट में शामिल है कहा यह जाता है कि रात के समय में यहां पर एक महिला और उसके बच्चे की रोने की आवाज आती है लोगों का कहना है कि रात के समय में इस स्टेशन पर कोई नहीं रुकता. जो रुकने की साहस करता है वो अगले दिन पागल हो जाता है या उसकी मौत हो जाती है.
पातालपानी रेलवे स्टेशन
मध्यप्रदेश में ही मौजूद भारतीय रेलवे का पातालपानी रेलवे स्टेशन है कहा जाता है कि इस इलाके के खंडवा घाटी में कई साल पहले एक व्यक्ति का शव मिला था. कहां जाता है कि इस स्टेशन से होकर गुजरने वाली ट्रेन काफी देर तक रूकती है और ट्रेनों की रुकने की इस परंपरा को उस व्यक्ति को सलामी के रूप में जाना जाता है. अगर ट्रेन नहीं रुकती और उस को सलामी नहीं मिलती तो ट्रेन किसी हादसे का शिकार हो जाया करती है.
बड़ोग रेलवे स्टेशन शिमला
भूतिया रेलवे स्टेशनों की लिस्ट में शिमला का बड़ोग रेलवे स्टेशन आता है बताया जाता है कि इस स्टेशन के पास एक लंबी सुरंग है. जिसके निर्माण के निर्माण दौरान रेलवे के ही एक इंजिनियर ने आत्महत्या कर ली थी. जिसके बाद उसकी आत्मा इस स्टेशन के आसपास भटकती है. बताया जाता है कि कई बार गुफा के अंदर किसी की कराहने की आवाज आती है.
बेगुनकोडोर रेलवे स्टेशन पश्चिम बंगाल
भूतिया और डरावनी रेलवे स्टेशनों के लिस्ट में बेगुनकोडोर रेलवे स्टेशन आता है जो पश्चिम बंगाल में मौजूद है इस स्टेशन के बारे में बताया जाता है कि जब भी कोई यात्री यहां पर सफेद साड़ी में किसी महिला को देख लेता है तो अगले दिन उसकी मौत हो जाती है और यह स्टेशन 40 सालों से बंद है. आखरी घटना 1968 की है.
लुधियान रेलवे स्टेशन पंजाब
स्टेशनों के लिस्ट में पंजाब का लुधियाना स्टेशन भी आता है बताया जाता है कि वर्ष 2004 में यहां पर एक रेल कर्मचारी की मौत हो गई थी जिसके बाद से उसकी आत्मा यहां पर आज भी भटकती है कई रेल कर्मचारियों का मानना है कि वह जिस रूम में बैठते थे उस रूम में आते ही लोगों की परेशानियां शुरू हो जाती है.
नैनी रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश
इस स्टेशन के बारे मे बताया जाता है कि इस स्टेशन के एक टिकट बुकिंग कार्यालय के कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली तब से उसकी आत्मा आज भी इस कार्यालय में भटकती है. कहा जाता है वो जिस कुर्सी पर बैठता था वो कुर्सी आज भी खाली है. उस जो कोई भी बैठने की कोशिश या फिर उसपर बैठता है वो अगले दिन किसी न किसी बीमारी का शिकार हो जाता है.
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