इस वक़्त कहाँ है कोहिनूर डायमंड ?
ये सवाल आप लोगों के दिमाग में ज़रूर गोते लगा रहा होगा, तो बता दें कोहिनूर इस वक़्त ब्रिटेन के पास है। जी हाँ कोहिनूर हीरा ब्रिटेन के राजपरिवार के पास है। लंदन टॉवर, ब्रिटेन की राजधानी लंदन के केंद्र में एक भव्य किला है। राजपरिवार इस किले में नहीं रहता है लेकिन शाही जवाहरात इसमें सुरक्षित हैं जिनमें कोहिनूर हीरा भी शामिल है। देखें वीडियो—->
ब्रिटेन के राजपरिवार के हाल भी किसी से छुपे नहीं हैं। अकाल मौत, कत्ल और बदनामी के कई दौर सहन करने के बाद भी आज यह हीरा इस परिवार के पास ही है।
कोहिनूर 1849 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के हाथ लगा और 1850 में ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया के पास पहुंचा। अंग्रेज काल में कोहिनूर को 1 माह 8 दिन तक जौहरियों ने तराशा और फिर उसे रानी विक्टोरिया ने अपने ताज में जड़वा लिया था।
दरअसल हुआ ये, की जब महारानी विक्टोरिया को कोहिनूर के शापित होने की बात बताई गयी, तब महारानी ने उस हीरे को अपने ताज में जड़वाकर 1852 में स्वयं लिया तथा अपनी वसीयत में ये लिखवाया कि इस ताज को सदैव राजपरिवार की महिलायें ही पहनें मर्द नहीं। यदि कोई पुरुष ब्रिटेन का राजा बनता है तो यह ताज उसकी जगह उसकी पत्नी पहनेगी। ये सार्वजनिक तथ्य भी इस बेशकीमती हीरे के अभिशप्त होने का प्रमाण देता है।
पूर्व में कोहिनूर 793 कैरेट का था। 1852 से पहले तक यह 186 कैरेट का था। पर जब यह ब्रिटेन पहुंचा तो महारानी को यह पसंद नहीं आया इसलिए इसकी दुबारा कटिंग करवाई गई जिसके बाद यह 105.6 कैरेट का रह गया।
महारानी विक्टोरिया ने इस हीरे को एक Broch याने के गहने के रूप में पहना था। बाद में इस हीरे को Crown Gems में शामिल किया गया और सबसे पहले क्वीन एलेक्जेंड्रा (एडवर्ड सेवंथ की पत्नी, विक्टोरिया के सबसे बड़े पुत्र) के मुकुट में और फिर क्वीन मैरी (जॉर्ज फ़िफ्थ की पत्नी , विक्टोरिया के पोते) ने इसे अपने ताज में जड़वा कर पहना। 1937 में हीरा किंग जॉर्ज IV की पत्नी और वर्तमान महारानी क्वीन एलिज़ाबेथ की माँ ने पहना। कोहिनूर ने अपनी आखिरी सार्वजनिक उपस्थिति क्वीन एलिज़ाबेथ की माँ के ताबूत पर श्रद्धांजलि के रूप में दिखाई उनका देहांत वर्ष २००२ में हुआ था । तत्पश्चात राजपरिवार ने किंग जॉर्ज VI की पत्नी क्वीन एलिजाबेथ के क्राउन में कोहिनूर जड़वा दिया गया और तब से लेकर आज तक यह हीरा वहीँ है।
इतिहासकारों का मानना है कि महिला द्वारा धारण करने के बावजूद कोहिनूर डायमंड के अभिशाप का असर खत्म नहीं हुआ। ये बात जग जाहिर है की जबसे यह हीरा ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया ने धारण किया, तब से दुनिया भर में ब्रिटेन के साम्राज्य के अंत की शुरू भी होने लगी। ध्यान रहे 1852 में ये हीरा विक्टोरिया के पास पहुंचा और भारत में स्वतंत्रता संग्राम की चिंगारी मंगल पांडेय द्वारा 1857 में सुलगायी गयी। तो कोई कैसे न कहे की ये हीरा अभिशप्त है। अगले वीडियो में जानिये की ब्रिटिश राज परिवार से पहले कोहिनूर डायमंड किसके पास था। धन्यवाद।
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