शहर के पल्हर नगर में शुक्रवार सुबह रहवासी जागे ही थे कि गलियों में तेंदुआ घूमने की सूचना से उनके होश उड़ गए। चारों तरफ दहशत फैल गई। तेंदुआ छिपने के लिए इधर-उधर भाग रहा था। वह जिस घर में घुसता, सामने इंसान आ जाने पर फिर भाग जाता। उसे जिसने भी देखा, चंद लम्हों के लिए उसकी सांसें थम गईं। उसे पकड़ने के लिए सुबह 11 बजे से कवायद शुरू हुई।
ऐसा था दहशत का महौल…
– पल्हर नगर में सबसे पहले उसने एक मकान के बाहर खड़े राजू और गोपाल नाम के दो शख्स पर हमला किया।
– इसके बाद वह दूसरे मकान में जाल लगाकर उसे पकड़ने की कोशिश की गई, पर यहां से बचकर वह तीसरे मकान की सीढ़ियों पर बैठ गया।
– यहीं चिड़ियाघर के प्रभारी डॉ. उत्तम यादव ने उसे टैंक्यूलाइजर से पांच-पांच मिलीलीटर के दो शॉट मारे, तब वह बेहोश हुआ।
– प्राथमिक पड़ताल में सामने आया कि पल्हर नगर के सामने खेत है, जिसके आगे सुपर कॉरिडोर है। तेंदुआ रात में ही इसी सुपर कॉरिडोर को पार कर दीवार फांदकर कॉलोनी में घुस आया था।
– फिलहाल तेंदुआ इंदौर चिड़ियाघर में है। उसे वन विभाग को सौंपा जाएगा। पिछले दो साल में इंदौर के रहवासी क्षेत्र में तेंदुआ घुसने की यह तीसरी घटना है।
मैंने 16 तेंदुए पकड़े, पर 3 सेकंड का ये हमला जिंदगीभर याद रहेगा
– एसडीओ और अधीक्षक के मुताबिक मैंने रेस्क्यू प्रभारी के नाते 16 तेंदुए पकड़े हैं। कभी तो दो-दो दिन तक पकड़ने की कार्रवाई चली, लेकिन ऐसा सीधा हमला कभी नहीं हुआ। हमने पकड़ने से पहले तेंदुए का आकार देखा। वह कद काठी से पांच साल का जवान तेंदुआ दिखा। लोग बहुत शोर कर रहे थे, जिससे वह डरा हुआ था। मैं जाल को दरवाजे के बाहर बांधकर पीछे हट ही रहा था कि तेंदुए ने करीब छह फीट की छलांग लगाई होगी। मैं संभल पाता, उससे पहले वह मेरे ऊपर आ गया। तीन-चार सेकंड का हमला मुझे जिंदगीभर याद रहेगा। ऐसा लगा जैसे मौत से भिड़ंत हुई।
6 फीट दूर खड़ा था तेंदुआ, डटे रहे भास्कर फोटो जर्नलिस्ट संदीप जैन
– पाठकों को घटना की सही तस्वीर मिले इसके लिए संदीप जैन अपनी जान जोखिम में डाल तेंदुए के करीब 6 फीट नजदीक जा पहुंचे थे।
– पल्हर नगर में राजेश शर्मा के घर से निकलकर तेंदुए ने बीच सड़क पर एसडीओ आरसी चौबे पर हमला किया।
– 2 सेकंड तक झूमने के बाद वह चौबे के कंधे में गहरा जख्म दे गया। उन्हें कंधे में टांके लगे हैं।
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