लाई-फाई दरअसल एक ऐसी वायरलेस ब्रॉडबैंड टेक्नोलॉजी है जो डेटा भेजने के लिए एलईडी का इस्तेमाल करती है और आज के वाई-फाई की तुलना में सौ गुना तेज स्पीड से काम करती है। लाई-फाई की तकनीक इतनी आधुनिक और इसकी स्पीड इतनी तेज है कि आप मद्धिम रोशनी वाले बल्ब के नीचे खड़े होकर कुछ सेकेंड में अपनी पसंदीदा फिल्म डाउनलोड कर सकते हैं। इस तकनीक के इस्तेमाल से आप अपनी कल्पना को हकीकत में बदलते देख पाएंगे। आईये जानते हैं क्या है लाई-फाई…
क्या है लाई-फाई –
लाइट फिडेलिटी एक हाई स्पीड तकनीक है जो विजिबल लाइट कम्यूनिकेशन के जरिए डेटा का ट्रांसमिशन करती है। कहने का मतलब है कि यह तकनीक लाइट्स का इस्तेमाल करते हुए काफी तीव्र गति से डेटा का आदान-प्रदान करती है। जर्मन वैज्ञानिक हेराल्ड हास ने इस नई तकनीक लाई-फाई को ईजाद किया है। इस तकनीक के हकीकत में तब्दील हो जाने पर आज की इंटरनेट की दुनिया पूरी तरह से बदल जाएगी। समझा जाता है कि यह लाई-फाई तकनीक रेडियो तरंगों के ट्रांसमिशन पर आधारित वाई-फाई तकनीक से करीब 100 गुना तेज होने जा रही है।
वाई-फाई रेडियो फ्रीक्वेंसी पर आधारित है, इसके विपरीत लाई-फाई असल में प्रकाश पर आधारित है, जो वाई-फाई से की तुलना में 100 गुना तेजी से डाटा का आदान-प्रदान करने में सक्षम है। लाई-फाई तकनीक में डाटा का आदान-प्रदान करने के लिये LED बल्ब का प्रयेाग किया जाता है यानि इस तकनीक में डेटा विजिबल लाइट कम्युनिकेशन (वीएलसी) द्वारा ट्रांसफर होता है। जिस प्रकार आपका टीवी रिमोट काम करता है कुछ-कुछ उसी तरह यह भी काम करेगी। लाई-फाई तकनीक का एक बड़ा फायदा यह है कि यह वाई-फाई की तरह दूसरे रेडियो सिग्नल के लिए अवरोध नहीं बनता है. इसलिए इसका इस्तेमाल हवाई जहाज जैसी उन जगहों पर किया जा सकता है जहां रेडियो सिग्नल में अवरोध की समस्या आती है। लाइट पर आधारित यह तकनीक हमारी-आपकी इंटरनेट की दुनिया को कितना बदल पाती है, यह देखने के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा।
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