खूबसूरती एक ऐसा नशा है, जिसमें कोई कितना भी खुद को रोके मगर बहक ही जाता है। यह कहानी भी एक ऐसी मिस इंडिया की है जिसने अपनी खूबसूरती से दुनिया भर में तबाही मचा दी। यह कहानी है, 1982 में मिस इंडिया का ताज अपने सर पर सजाने वाली पामेला सिंह की, चलिए शुरुआत से ही शुरू करते हैं।
पामेला का जन्म एक मिडिल क्लास जाट हरियाणवी परिवार में हुआ था, पिता मेजर महेंद्र सिंह भारतीय सेना में थे तथा माँ शकुन्तला ग्रहणी थी। 1962 के युद्ध में पिता मेजर महेंद्र सिंह वीरगति को प्राप्त हो गए। पिता की म्रत्यु के वक्त पामेला महज़ दो महीने की थी लिहाज़ा उसे पिता का स्नेह कभी नहीं मिल पाया। पति की म्रत्यु के पश्चात माँ शकुन्तला ने ग्रहस्थी का सम्पूर्ण भार अपने कंधे पर उठा लिया। माँ शकुंतला चंडीगढ़ के सरकारी कॉलेज होस्टल की वार्डन बन गई तथा उसके बाद 1975 में हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन में शामिल हो गई। इस समय उनकी बेटी पामेला बोर्डिंग स्कूल में पढाई कर रही थी।
अपना करियर बनाने में व्यस्त माँ शकुन्तला बेटी को ज़्यादा वक्त नहीं दे पाई और पामेला माँ के प्यार से भी वंचित रह गई। संभवतः यही वजह रही होगी जिसने पामेला को अक्खड़ मिजाज़ और जिद्दी बना दिया। श्री राम कॉलेज दिल्ली में पामेला के साथ पढ़ी सहेलियों के बयान कई मैगज़ीन में छपे जिनके अनुसार पामेला सिगरेट पीती थी, तंग कपड़े पहनती थी तथा लड़कों के साथ रहना पसंद करती थी।
पामेला का पसंदीदा शौक था लोगों को हैरत में डालना, उसका हमेशा यही प्रयास रहता था वह कुछ ऐसा करे जिससे सब चौंक जाए। चाहे वह अस्तबल में अपने पहले प्रेमी के साथ किस करने की बात अपनी सहेलियों को बताना या फिर गलियारे में खड़े हो कर चिल्लाना “अरे मैं कॉन्ट्रासेप्टिव गोली खाना भूल गई. अब क्या होगा?” वह हमेशा से ही कुछ अलग रही है।
पामेला का जन्म ग्लेमर के लिए ही हुआ था जिसकी शुरुआत पामेला ने 1980 के शुरुआती दौर में दिल्ली की मॉडलिंग एजेंसी ‘एडवेव’ से की, पामेला की खूबसूरती और कातिल अदाएँ यहाँ से इतनी रंग लाइ कि फिर उसे पीछे मुड़कर देखने की फ़ुर्सत ही नहीं मिली। 1981 में पामेला दिल्ली से स्वप्नों के नगर बम्बई में जा बसी और 1982 में फेमिना मिस इंडिया का ख़िताब जीत कर हर युवा हिन्दुस्तानी के दिल में घर कर गई। मगर बात सिर्फ इतनी ही होती तो आज यह बात ही नहीं होती।
पामेला के पास अब सब कुछ आ चूका था मगर फिर भी वह पामेला के लिए काफी नहीं था। अपनी इसी महत्वकांक्षी सोच ने उसे न्यूयॉर्क पहुंचा दिया। वहाँ पामेला की मुलाकात सऊदी अरब के बदनाम हथियार कारोबारी अदनान खाशोगी से हुई कहा जाता है खाशोगी एक समय दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक था। इसी समय पामेला की मुलाकात कतर के एक अमीर से भी हुई कहा जाता है इन दोनों अमीरों में पामेला को पाने की होड़ लगी हुई थी। मगर पामेला एक जगह रुकने वालों में से कहाँ थी वह न्यूयॉर्क से जापान और जापान से लंदन पहुंच गई।
पामेला सिंह की मुलाकात रिकॉर्ड प्रोड्यूसर डोमिनिक बोर्डेस से हुई तथा 1984 में दोनों ने शादी कर ली यहाँ से वह पामेला सिंह से पामेला बोर्डेस हो गई। मगर पामेला किसी बंधन में बंधना नहीं चाहती थी, इसीलिए यह शादी भी एक महज़ नाम की ही शादी रही। कुछ दिनों के बाद लंदन में एक बार फिर वो अमीर और ताकतवर लोगों से मेलजोल बढ़ाने में जुट गई, चाहे वह बवाल में फंसे सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद हो या रोमानिया के राजकुमार पॉल या इटली के काउंट कार्लो कोलोंबोत्ती या फिर ‘द रोलिंग स्टोन्स’ के रॉकस्टार बिल वाइमैन सभी के साथ रिश्तों में पामेला का नाम काफी उछला।
ब्रिटेन की एक पत्रिका पीत में पामेला को हाईप्रोफाइल कॉल गर्ल के तौर पर पेश किया, कहा गया कि उसके चाहने वालों में दो अखबारों के एडिटर और ब्रिटेन के खेल मंत्री तक शामिल थे। ब्रिटेन की पत्रिकाओं में कहा गया कि पामेला के बेडरूम का रहस्य किसी घोटाले से कम नहीं है। इससे आहत हो कर पामेला अज्ञातवास को चली गई मगर वहाँ से भी उसने सरकार गिराने की धमकी दे डाली जिसके बदले में उसने 10 लाख पोंड मांगे। इसके बाद ब्रिटेन मीडिया ने पामेला के बारे में काफी अश्लील बातें छापी।
फ़िलहाल पामेला अपने बीते दिनों को साथ समुन्दर पार छोड़ गोवा में रहती है। 55 साल की पामेला यहाँ टू-बेडरूम फ्लैट में किराए पर रहती है 2010 में ‘डेली मेल’ ने ही तस्वीरें छाप कर दावा किया था कि अब वो एक फोटोग्राफर के तौर पर जिंदगी बिता रही है। उनके एक करीबी मित्र ने ‘डेली मेल’ को बताया था कि अब वह पामेला सिंह के नाम जानी जाती है।
शायाद आज पामेला सिंह भी यही कह रही हो “देख लिया हमने जग सारा अपना घर है सबसे प्यारा।”
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