कॉफी पीकर आप खुद को तरोताजा महसूस करते हैं. इनकी क्वॉलिटी जितनी अच्छी, दाम उतने ही ज्यादा. लेकिन क्या आप जानते है कि दुनिया की सबसे महंगी कॉफी बनती है जानवरों की लीद से मतलब पोट्टी से बनती है. इंडोनेशिया की कॉफी लुवाक या चिविट कॉफी को सबसे महंगा माना जाता है. एक कप कॉफी 80 डॉलर तक हो सकती है. चलिए जानते है दुनिया कि सबसे महंगी कॉफी के बारे में…
ब्लैक आइवरी ब्लैंड कॉफी
उत्तरी थाइलैंड में बनाई जाने वाली ब्लैक आइवरी ब्लैंड कॉफी हाथी के गोबर में शामिल बीजों से बनाई जाती है. आपको बता दें यह दुनिया की सबसे महंगी कॉफी ब्रांड्स में से एक है. एक किलोग्राम कॉफी की कीमत 1100 डॉलर यानि 67100 रुपए है.
इस कॉफी को बनाने के लिए पहले हाथियों को कॉफी की फली यानि बीज खिलाया जाता है. हाथी कच्ची फलियां खाते हैं, उसे पचाते हैं और लीद गिरा देते हैं. बाद में उसी गोबर में कॉफी के बीज निकाले जाते हैं.
एक किलो कॉफी प्राप्त करने के लिए एक हाथी को लगभग 33 किलो कॉफी के कच्चे फल खिलाए जाते हैं. हाथी की लीद से बीज निकालने का काम हाथियों के प्रशिक्षित ट्रेनर करते हैं. बीज निकालने के बाद उन्हें धूप में सुखाया जाता है और फिर पीस कर पाउडर बनाया जाता है. इस तरह दुनिया की सबसे महंगी कॉफी ब्लैक आइवरी ब्लैंड तैयार की जाती है.
इसकी खास बात ये है कि इस कॉफी में कड़वापन बिलकुल नहीं होता. पाचन क्रिया के दौरान हाथी के एन्जाइम कॉफी के प्रोटीन को तोड़ देते हैं. प्रोटीन टूटने के साथ ही कॉफी का कड़वापन लगभग खत्म हो जाता है और इस तरह से दुनिया की सबसे महंगी कॉफी में से एक ये कॉफी तैयार हो जाती है.
कोपी लुवाक
दुनिया की सबसे मंहगी कॉफी में से एक ‘कोपी लुवाक’ जो पीने में तो बेहद टेस्टी लगती हैं लेकिन इसको बनाने की प्रक्रिया काफी हैरान कर देने वाली है. कॉफी ‘कोपी लुवाक’ जिसका जायका लेने के लिए लोग दुनिया भर से इंडोनेशिया आते हैं. लोगों की मानें तो इस कॉफी को जो एक बार टेस्ट कर ले फिर उसे कोई और कॉफी रास नहीं आती.
इंडोनेशिया में पाम सिवेट नाम की बिल्ली की प्रजाति के साथ किया जाता रहा है और यही अब तक की दुनिया की सबसे महंगी कॉफी भी थी. यह जानवर बेरी खाता है लेकिन वो बेरी के बीजों को पचा नहीं पाता है और मल के जरिये उसे पेट से बाहर निकाल देता है जो कि बीज के रूप में वातावरण में आता है और इसी बींस को सुखाकर ‘कोपी लुवाक’ कॉफी बनायी जाती है. जो कि यह बहुत ज्यादा दुर्लभ होती है इसलिए इस कॉफी की कीमत बहुत ज्यादा होती है. इस कॉफी की कीमत 700 प्रति किलोग्राम अमेरिकी डॉलर होती है.
महंगी काफी के व्यापारी पालते है पाम सिवेट
पाम सिवेट कोपी लुवाक के ऊंचे दाम के चलते इंडोनेशिया में इन्हें पाला भी जाता है. पाम सिवेट को बाड़े में रखकर खूब कॉफी बीन्स खिलाई जाती हैं. भर पेट खाना खाने के कुछ घंटों बाद पाम सिवेट मल त्याग करता है. यानि पोट्टी करता है. जिसके बाद किसान पाम सिवेट की लीद को जमा कर लेते हैं. इसके बाद लीद के भीतर मौजूद कॉफी के बीज अलग किया जाता है. लीद से अलग की गई कॉफी बीन्स को भूना जाता है. भुनने के बाद ये बाजार में जाती हैं. यूरोप और अमेरिकी बाजार तक पहुंचते पहुंचते यह काफी महंगी हो जाती हैं.
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