सहारा रेगिस्तान जो विस्व का विशालतम गर्म मरुस्थल है। यह अफ्रिका के उत्तरी भाग में अटलांटिक महासागर के लाल सागर तक 5600 किलोमीटर की लंबाई तक सूडान के उत्तर तथा एटलसपर्वत के दक्षिण 13 किलोमीटर की चौड़ाई में फैला हुआ है,माली,मोरक्को,मुल्तानी ,अल्जेरिया,लोबिया ,सूडान एवं मिस्र देशों में इस मरुस्थल का विस्तार है ।दोस्तों ये सहारा रेगिस्तान न जाने कितने ही रहस्यों से भरा पड़ा है। इसका पता आज तक विज्ञान जगत भी नहीं लगा सका ,आज हम आपको सहारा रेगिस्तान के एक ऐसे ही रहस्य के बारे में बताएंगे जिसने सदियों से विज्ञान जगत को हैरान और परेशान कर रखा है। यह रहस्य विशालकाय नीली आंख का जो अपने अद्भुत कलाकृति के कारण अंतरिक्ष से भी नजर आता है।
अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान के बीचो-बीच बना 40 मीटर लंबा और चौड़ा रिटार्ज स्ट्रक्चर रहस्यों से घिरा पड़ा है। दुनिया भर के वैज्ञानिक इस इलाके के राज्य को सुलझाने में लगे हैं। लेकिन इसके निर्माण को लेकर काफी विवाद है इसकी उत्पत्ति कैसे हुई यह सवाल आज भी बरकरार है ।वैसे तो दुनिया में पाई जाने वाली हर अनोखे निर्माण को एलियन से जोड़कर देखा जाना यह आम बात है इसलिए इस विशालकाय नीली आंखें की तरह दिखाई देने वाले इस स्ट्रक्चर को भी लोग किसी दूसरे ग्रह के प्राणियों द्वारा बनाई गई आकृति मानते हैं।
हालाकि वैज्ञानिक जगत में अपने कई किए शोध के बाद यह कहा है, कि सहारा के ये पूर्ण इलाका समुद्र से ढका हुआ था। धीरे-धीरे होने वाले बदलाव के कारण यह इलाका दुनिया के सबसे बड़े रेगिस्तान में बदल गया और जो इलाका बचा पानी के सिकुड़ते-सिकुड़ते स्वरूप के चलते रेत और पानी ने मिलकर ऐसी आकृति बना दी जो देखने में विशालकाय नीली आंख की तरह लगती है । इस का व्यास लगभग 40 किलोमीटर है ।बहुत सारे वैज्ञानिकों और बुद्धिजीवी का मत है इस विशालकाय नीली आंख के बारे में अलग अलग है पर आज तक इस रहस्य से पर्दा कोई नहीं उठा पाया समय बदलने के साथ-साथ इस विशालकाय नीली आँख को सहारा का आंख कहा जाने लगा।
RSS