अक्सर हमने फिल्मों में देखा या कहनियों में अमर होने की कहानी सुना होगा. मगर दुनिया में एक ऐसी भी जगह है जहा मनुष्य अमर है. जी हां वो जगह कही और नहीं बल्कि 2400 किलो मीटर की लम्बाई में फैले हिमालय में है. वेदो, पुराणों और कई उपन्यासों के मुताबिक हिमालय में एक ऐसी जगह है जहा रहने वाले लोग अमर हैं जिनकी मौत नहीं होती.
धार्मिक ग्रंथो में है अमरत्व का जिक्र
हिमालय जितना शांत और सुंदर है ,उससे भी ज्यादा रहस्य उसकी फिज़ाओं में छुपे हैं. अमर होना सब का ख्वाब है ,लेकिन हमारी सोच अमरत्व को केवल कल्पना मात्र हीं मानती है, लेकिन हिन्दू धर्म में अमरता और बहुत सारे अमर लोगों का जिक्र है. महाभारत के अश्वस्थामा रामायण के हनुमान जैसों को अमरत्व का वरदान है.
हिमालय के शहर में बसे है कलयुग के विष्णु अवतार कल्कि के गुरु
हिमालय की वादियों में एक रहस्यमयी शहर हैं, जहाँ के लोग कभी नही मरते. मानो समय उनके लिए रुक गया हो. उनकी उम्र भी नही बढ़ती है. इसका जिक्र तिब्बती ,बौद्ध और प्राचीन ग्रथों, कथाओं और मिथको में मिलता है. ऐसा माना जाता है कि समय-समय पर कुछ लोग इस शहर से आते हैं. जिसके परिणाम स्वरूप हमारी दुनिया में बहुत बड़ा बदलाव होता है. भगवान कल्कि देव के भविष्यवाणी में भी इस शहर का जिक्र है. माना जाता है कि कल्कि देव के गुरु इसी शहर में हैं और उनके जन्म की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
शहर में आम इंसानों का पहुँच पाना आसान नहीं
इस शहर को खोज पाना इतना आसान नही है, परंतु फिर भी कुछ पवित्र आत्मा वाले जीवों के यहाँ तक पहुँचने का जिक्र मिलता है. इस जगह को आज तक मैपिंग टेक और नेविगेशन सिस्टम भी ट्रेस नही कर पाए हैं. इस शहर को हर धर्म कथा में अलग-अलग नामों से बताया गया है. जिनमें सांभल, सिद्धाश्रम या फिर शांगरी-ला. माना जाता है युद्धिष्ठर अपने जीवन के अंत काल में ,परिवार के साथ हिमालय में इसी शहर की और रवाना हुए थे।इंसानो के अलावा दूसरे नस्ल के उन्न्त जीव भी यहाँ रहते हैं ,दूसरे आयाम से आये लोगों का ये एक सुरक्षित निवास स्थान है ।इस अमर शहर के लोगों का इंसानी दुनिया में कोई हस्तक्षेप नही है, ऐसा कहना गलत होगा.
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