respect,bow,down,elders,feetभारतीय परम्पराएँ युगों-युगों से चलती आ रही है! कुछ परम्पराएँ बहुत ही सामान्य है तो कुछ परम्पराएँ बहुत ही कठिन लेकिन इसके बावजूद भी हम उनका पालन करते हैं। हमारे कई रिवाजों में से एक रिवाज है पैर छूने का रिवाज जिसके द्वारा हम अपने से बड़ों के प्रति आदर दर्शाते हैं। हालाँकि, यह एक सरल रिवाज है लेकिन इसके पीछे का कारण बड़ा दिलचस्प है।
1. पैर हमारे शरीर की नींव है
मनुष्य उन जीवों में से एक हैं जो खड़े होने में सक्षम हैं। हमारे पैर जन्म से ही हमारे पूरे शरीर के भार को उठाये रखते हैं जिसके कारण यह हमारे शरीर की नींव कहलाते है।
2. अपने से बड़ों के पैर छूकर हम उनका आदर करते हैं
घुटने पर झुककर जब हम उनके पैरों को छूते हैं तो यह दर्शाता है कि हम उनके अनुभव और उनके ज्ञान का सम्मान करते हैं।
3. यह हमारे बुजुर्गों से ज्ञान लेने की अनुमति है
अथर्व वेद बताता है कि, जब हम किसी का पैर छूते हैं तो उनसे उनकी ज्ञान और बुधिमत्ता को प्राप्त करने की अनुमति मांगते हैं।
4. सकारात्मक ऊर्जा
जब हम किसी के पैर छूते हैं तो एक सकारात्मक ऊर्जा हमारे चारों ओर एक घेरा सा बना लेती है।
5. हमें किसके सामने झुकना चाहिए?
सिर्फ इसलिए कि कोई हमसे बड़ा है तो यह कोई कारण नहीं है कि हमें उनके सामने झुकना चाहिए। आप उन्हीं लोगों के सामने झुकें जिनका आप आदर करते हैं और जो आपका कल्याण चाहते हैं।
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