प्राचीनकाल में गुप्तचरी में विषकन्याओं का उपयोग किया जाता था और इन्सान परी सी खूबसूरती देखते ही चित हो जाता था. लेकिन विषकन्या की तरह ही एक ऐसा पेड़ भी है जो आदमखोर है और इसका उपयोग भी उसी ज़माने से होता रहा है. इसकी खूबसूरती के आगे अविश्वाश की तो बात ही बेमानी है और जरा सी गलती हुई तो चित चुकाते ही चिता की तैयारी हो जाती है. …
क्या कोई पेड़ भी नरभक्षी हो सकता है, शायद आप किसी भी कीमत पर हमारी बात पर यकीन नहीं करेंगे लेकिन हम आपको बता रहे है कि दुनिया में एक ऐसा पेड़ भी है जो इंसानों की जान लेता है. वैज्ञानिकों के शोध के बाद ये बात सामने आई कि सरबेरा ओडोलम ट्री आदमखोर है और हर हफ्ते इस पौधे से कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो जाती है।
क्या है आदमखोर पेड़ की कहानी
सरबेरा ओडोलम भारत सहित दक्षिण-पूर्व एशिया के कुछ अन्य देशों में पाया जाने वाला जहरीला पेड़ है. कई बार अनजाने में इसका उपयोग जानलेवा होता है। रिसर्च के बाद यह बात पता चली कि दुनिया में अन्य जहरीले पौधों के मुकाबले सरबेरा ओडोलम अधिक जहरीला है। सरबेरा ओडोलम के बीज में सरबेरीन नामक तत्व पाया जाता है जो विषैला होता है। इसकी कम मात्रा भी शरीर के अंदर चली जाए तो कुछ मिनटों में ही पेट और सिरदर्द, उल्टियां, अनियमित धड़कन और डायरिया जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। फिर यह एंजाइम्स और हृदय की कार्यप्रणाली को प्रभावित करता है और कुछ घंटों के अंदर ही इंसान की मृत्यु हो जाती है।
विषकन्या की तरह होता है जहरीला
प्राचीनकाल में ऐसे पेड़ों से जहर बनाने की बात कही जाती है और इसकी तुलना विषकन्या से की जाती है. सरबेरा ओडोलम नाम का यह पौधा दिखने में बहुत ही सुंदर और आकर्षक है लेकिन विषकन्या की तरह ही जानलेवा भी होता है । यह काफी हद तक वैसे ही काम करता है जैसी जहरीले इंजेक्शन से मौत की प्रक्रिया होती है। सरबेरा ओडोलम के बारे में यह भी कहा जाता है कि इसका निशान ढूंढना बहुत ही मुश्किल होता है। अगर कोई इसे खा ले तो जांचकर्ताओं के लिए यह जानना मुश्किल हो जाएगा कि व्यक्ति की मृत्यु कैसे हुई? कुछ लोग इसे गलती से खा लेते हैं तो कुछ इसे एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करते हैं। भारत में इसे ‘सुसाइड पेड़’ के नाम से जाना जाता है।
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