आप सभी ने नागा साधुओं का नाम तो ज़रूर सुना होंगा अगर नहीं तो कोई बात नहीं क्योकि आज हम बताने वाले है “नागा साधुओ” से जुड़े कुछ ऱोचक तथ्य।
1. नागा साधु हिन्दू धर्मावलम्बी साधु हैं जो कि नग्न रहने तथा युद्ध कला में माहिर होने के लिये प्रसिद्ध हैं।
2. ज़्यादातर नागा साधुओं के आश्रम हरिद्वार में ही है।
3. जो व्यक्ति नागा साधु बनना चाहता है उसके अखाड़े में प्रवेश के बाद उसके ब्रह्मचार्य की परीक्षा ली जाती है। इसमें 6 महीने से 12 साल तक लगते है।
4. नागा साधु बनते समय साधु को अखाड़े के ध्वज के नीचे 24 घंटे तक नंगा खड़ा रहना पड़ता है।
5. आपको यह जानकर हैरानी होंगी की इस प्रक्रिया के बाद वरिष्ठ नागा साधु लिंग की एक विशेष नस को खींचकर उसे नपुंसक कर देते है। इसके बाद वह नागा दिगंबर साधु बन जाता है।
6. नागा साधु बनने के लिए सबसे पहले अपने बाल कटवाने पड़ते है फिर गंगा में 108 डुबकी लगाने पड़ते है।
7. नागा साधू बनने के लिए खुद को अपने परिवार और समाज के लिए मृत मानकर अपने हाथों से अपना श्राद्ध कर्म पूरा करना होता है।
8. दीक्षा के लायक होने के बाद साधुओं को एक गुरूमंत्र दिया जाता है उसकी भविष्य की सारी तपस्या इसी गुरू मंत्र पर आधारित होती है।
9. नागा साधु बनने के बाद आप सिर्फ गेरूए रंग का सिर्फ एक वस्त्र डाल सकते है।
10. नागा साधु अपने साथ तलवार, फरसा या त्रिशूल लेकर चलते है।
11. नागा साधू सिर्फ ज़मीन पर ही सो सकते है।
12. नागा साधु कभी बस्तियों में नहीं रहते है।
13. नागा साधु दिन में सिर्फ एक ही समय भिक्षा मांगकर भोजन करते है।
14. नागा साधुओं को स्नान के बाद सबसे पहले शरीर पर भस्म लगानी पड़ती है।
15. नागा साधू हर रोज़ एक जैसा ही तिलक लगाते है।
16. नागा साधू हमेशा अपने साथ एक चिमटा रखते है चिमटा नागा साधुओं के जीवन का एक अहम हिस्सा माना जाता है।
17. नागा साधुओं को सिर्फ कुंभ के मेले में ही देखा जाता है। जैसे ही कुंभ का मेला खत्म होता है ये रातों रात गायब हो जाते है।
18. नागा साधू हमेशा अपना सफर जंगलों के रास्ते ही करते है।
19. नागा साधू सिर्फ पुरुष ही नहीं होते बल्कि कई कई महिलाए भी नागा साधू होती है।
20. महिला नागा साधुओं को नग्न रहने की अनुमति नहीं रहती है।
21. महिला नागा साधू बनाने से पहले अखाड़े के साधु-संत महिला के घर परिवार और पिछले जीवन की जांच-पड़ताल करते है।
22. महिला नागा सन्यासिन पूरा दिन भगवान का जप करती रहती है।
23. महिला नागा साधू को साधू-संत माता कहकर बुलाते है।
24. पुरुष नागा साधू और महिला नागा साधू में फर्क केवल इतना ही है की महिला नागा साधू को एक पिला वस्त्र लपेट कर रखना पड़ता है और यही वस्त्र पहन कर स्नान भी करना पड़ता है।
25. माना जाता है कि नागा साधू की परम्परा आदिगुरु शंकराचार्य द्वारा की गयी थी।
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