उदास होने पर अक्सर लोगों को आपने गाने सुनते देखा होगा। लेकिन ये जानकर आपको हैरानी होगी एक गाना सुनने के बाद लोग मौत को गले लगाने पर मजबूर हो जाते हैं। दुनिया भर में इस गाने को सुनने के बाद आत्महत्या की इतनी घटनाएं घटी कि इस गाने को हमेशा के लिए बैन कर दिया गया। जानिए ऐसा क्या था इस गाने में कि लोग अपने जीने की इच्छा खो बैठते थे।
1933 में हंगरी के एक संगीतकार Rezsoe Seress ने ‘ग्लूमी संडे’ नामक एक गाना बनाया था। प्यार से जुड़ा ये दुनिया का सबसे दर्द भरा गाना माना जाता है। इस गाने में इतना दर्द था कि जो इस गीत को एक बार सुनता उसे अपने दर्द याद आ जाते थे।जिसने भी इस गाने को सुना जिंदगी उससे बेगानी हो गई और मौत को गले लगाना उसकी मजबूरी बन गई।
1935 में इस गाने के आते ही एक शो के दौरान एक युवक ने खुद को गोली मार ली और सुसाइड नोट में लिखा कि गाने को सुनने के बाद उसकी जीने की इच्छा खत्म हो गई। उसके दो दिन बाद ही एक युवती ने फांसी लगा लिया और सुसाइड नोट में लिखा कि ग्लूमी संडे सुनने के बाद उसे जिंदगी से नफरत हो गई है। इतना नहीं इसके बाद न्यूयॉर्क में एक युवक ने अपने ऑफिस में फांसी लगा ली और मरने का कारण ग्लूमी संडे को बताया।
सैकड़ों लोगों को मौत की नींद सुलाने के बाद कई देशों में इस गाने को प्रतिबंधित कर दिया गया है। साल 1941 में गाने पर बैन लगा दिया गया। जिसके बाद 2003 में इस गाने से बैन हटा लिया गया।
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