जब भी भारत देश के इतिहास का नाम आता है, तो सबसे पहला ज़िक्र राजा और महाराजायों का ही आता है. पहले के समय में भारत में कोई सरकार नही थी. उस समय में राजा और महाराजा का हुकुम ही जनता के लिए सब कुछ होता था. इसके इलावा किसी भी राज्य का राजा जो भी नियम और कानून बनाता था, उसको पूरा राज्य मानता था. ऐसे में राजगद्दी पाने के लिए उस समय के राज्यों के राजा आपस में कईं युद्ध करते थे. और जो भी युद्ध जीत जाता, उसी को वह राज्य सौंप दिया जाता था. भारतीय इतिहास को अगर हम ध्यान से पढ़े तो उसमे हमको कईं राजायों और उनकी रानियों का ज़िक्र मिलेगा, जिन्होंने अपने राज्य की रक्षा के लिए हर कुर्बानी दी और कईं युद्ध जीते. इसके साथ ही उस समय के राजा और महाराजा किले और महल बनाने में काफी गर्व महसूस करते थे. बिना किले या महल के राज्यपाठ अधूरा माना जाता था.
आज के इस आर्टिकल में हम आपको राजायों से जुड़े कुछ ऐसे राज बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में आपने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा. इस आर्टिकल में आप राज्य के राजा लोगों के जीवन काल से जुडी कईं दिलचस्प बातें जान सकेंगे. साथ ही आज हम उस समय के महाराजा और राजा के निजी जीवन के बारे में कईं राजों पर से पर्दा उठाने जा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं आखिर ये पूरी कहबर क्या है…
आपको ये बात जानकर हैरानी होगी कि भरतपुर के राजा किशन सिंह एक बहादुर योद्धा थे. इसके साथ ही उनकी 40 पत्नियाँ थी. एक रिपोर्ट के अनुसार किशन सिंह को तैराकी का काफी शौंक था. जिसके कारण उन्होंने अपने राज्य में झील का निर्माण करवाया था. इसके इलावा जब भी वहां नहाने जाते तो उनकी 40 पत्नियाँ बिना कपड़ों के वहां खड़ी उनका इंतज़ार किया करती थीं.
पंजाब राज्य के पटियाला शहर के राजा भूपिंदर सिंह का नाम तो आप सबने सुना ही होगा. आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि राजा भूपिंदर के 88 बच्चे थे. इसके इलावा उनके महल में कईं महिलाएं भी थीं. हर साल राजा भूपिंदर बिना कपड़ो के पूरे राज्य में अपनी झांकी निकाला करते थे ताकि लोगों को उनके बलवान और स्वस्थ्य शरीर के बारे में पता चल सके.
ताजमहल बनाने वाले शाहज़हां ने बेगम मुमताज के इलावा किसी और के साथ संतान पैदा नहीं की. परंतु, शाहज़हां ने मुमताज़ की मृत्यु के बाद 8 और शादियाँ कर ली थी.
अगर बात महाराजा कुंभा की करें तो उन्हें किसी सलाहकार ने इंसानों की बली देने की सलाह दी थी. इसके साथ ही उन्हें कहा गया था कि जहाँ इंसान का सिर कट कर गिरेगा, वहां उन्हें दीवार बनानी होगी और जहाँ बाकी बचा शरीर गिरेगा, वहां एक किले का निर्माण करना पड़ेगा. इस सलाह के बाद महाराजा ने हजारों मासूम लोगों की बली दे दी थी.
जूनागढ़ के एक नवाब के पास लगभग 800 कुत्तों की फौज थी और हर कुत्ते की देखभाल के लिए उन्होंने एक सैनिक नियुक्त किया था. जिसके बाद दो कुत्तों की उन्होंने शादी करवाने की सोची और उस शादी में पैसा पानी की तरह बहा दिया.
राजकुमार मानवेन्द्र सिंह गोहिल एकलौते ऐसे राजा थे, जिन्होंने पूरे समाज के सामने खुद को गे स्वीकार कर लिया था. उनके इस कथन से उनके परिवार जनों ने उनको हमेशा के लिए त्याग दिया था.
इन सब के इलावा भारत देश में और भी कईं राजा और महाराजा ऐसे रहे हैं, जिनके साथ कोई न कोई बड़ा राज़ छिपा हुआ था.
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