इंटरनेट के अविष्कार ने दुनिया में क्रांति ला कर रख दी है आज इन्टरनेट इतना जरूरी होगया है की यदि एक मिनट इंटरनेट बंद हो जाये तो लाखो करोड़ो का नुकसान हो जायेगा आज बहुत कुछ इंटरनेट के उपर निर्भर हो गया है वैसे इन्टरनेट एक इनफार्मेशन लेने की टेक्नोलॉजी है जिस से हम बहुत सी जानकारी ले सकते है और जानकारी लोगो को दे सकते है क्योकि इन्टरनेट दुनिया भर के लाखो करोडो कंप्यूटर से जुड़ा होता है होता है जिस से वह लाखो करोड़ो लोगो को आपस में जोड़े रखता है इंटरनेट से आज दुनिया भर में बहुत सा डाटा का आदान प्रदान होता है.
इंटरनेट इंटरनेशनल लेवल नेटवर्क के उपर काम करता है जिस से वह दुनियाभर के यूजर को एक साथ जोड़े रखता है वर्ल्ड वाइड वेब को इन्टरनेट के लिए सबसे जरूरी साधन माना जाता है क्योकि इसके बिना इन्टरनेट का अच्छी तरह से इस्तेमाल नही कर सकते है यदि इन्टरनेट से कोई जानकारी लेनी है तो वर्ल्ड वाइड वेब की जरूत तो पड़ेगी ही इसके बिना कोई जानकारी नही मिल सकती है
और इन्टरनेट के अंदर प्रवेश करने के लिए वेब ब्राउज़र की जरूरत पड़ती है वेब ब्राउज़र के बिना इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं कर सकते वेब ब्राउज़र एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसके माध्यम से इंटरनेट का इस्तेमाल किया जाता है और इन्टरनेट का इस्तेमाल दिनभर बढ़ता ही जा रहा है.
इंटरनेट का अविष्कार
सबसे पहले इन्टरनेट का अविष्कार सन , 1969 में DOD (डिपार्टमेंट ऑफ़ डिफेन्स) द्वारा किया गया था यह इंटरनेट अमेरिकी रक्षा विभाग के द्वारा UCLA के तथा स्टैनफोर्ड अनुसंधान संस्थान कंप्यूटर्स का नेटवर्किंग करके इंटरनेट की संरचना की गई और इन्टरनेट पर सूचना को आदान प्रदान करने के लिए जिस नियम का उपयोग होता है उसे TCP (ट्रांसमिशन कण्ट्रोल प्रोटोकॉल) या IP (इन्टरनेट प्रोटोकॉल) कहते है और यह सारी इन्टरनेट और सन , 1979′ ब्रिटिश डाकघर पहला अंतरराष्ट्रीय कंप्यूटर नेटवर्क बना कर नये प्रौद्योगिकी का उपयोग करना आरम्भ किया।
इस नेटवर्क को ARPN (एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट इन एजेंसी ) ने बाद में इसको करीब 1980 में लॉन्च किया और सन ,1980 में ही बिल गेट्स का आईबीएम के कंप्यूटर्स पर एक माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम लगाने के लिए सौदा हुआ और इन्टरनेट का सही से इस्तेमाल करने के लिए 1984 एप्पल ने पहली बार फ़ाइलों और फ़ोल्डरों, ड्रॉप डाउन मेनू, माउस, ग्राफिक्स का प्रयोग आदि से युक्त “आधुनिक सफल कम्प्यूटर” लांच किया।
और इन्टरनेट का सबसे ज्यादा और अस्सानी से इस्तेमाल तो तब होने लगा था जब 1989 टिम बेर्नर ली ने इंटरनेट पर संचार को सरल बनाने के लिए ब्राउज़रों, पन्नों और लिंक का उपयोग कर के वर्ल्ड वाइड वेब बनाया और 1998 में गूगल के आने के बाद इंटरनेट का चेहरा ही बदल गया जिससे आज हम सब वाकिफ हैं।
और एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरनेट की स्पीड तेज होने पर एक परिवार साल भर में इंटरनेट पर होने वाले खर्च में से करीब 5 लाख रुपये बचा सकता है इसमें सबसे ज्यादा पैसा एंटरटेनमेंट, ऑन लाइन डील, डेली सर्च और ट्रैवल में इस्तेमाल होने वाले इंटरनेट के रूप में बचा सकता है और आज दुनिया में इंटरनेट की सबसे महंगी सेवा तुर्केमेनिस्तान में है
यहां अनलिमिटेड इंटनेट एक्सेस के लिए डॉलर की दर से 2048 है, जो एक माह में 6,821.01 डॉलर तक पहुंच जाती है। यहां सबसे सस्ती इंटरनेट सेवा 43.12 डॉलर प्रति माह में यूजर को 2 जीबी 64 केबीपीएस सीमित है। जबकि रूस में हाई स्पीड अनलिमिटेड इंटरनेट लगभग 20 डॉलर प्रति माह है
और सबसे तेज इन्टरनेट सेवा दक्षिण कोरिया में यहा औसत स्पीड स्पीड 2202 केबीपीएस है जो दुनिया में सबसे तेज है और अमेरिका विश्व का सबसे अधिक इंटरनेट इस्तेमाल करने वाला देश है
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