क्या चीन के प्रेसिडेंट शी जिनपिंग आजीवन इस पद पर रह सकते हैं? हम ये सवाल इसलिए पूछ रहे हैं, क्योंकि चीन में अब प्रेसिडेंट के लिए निश्चित कार्यकाल का प्रावधान हटा लिया गया है। यानी अब जिनपिंग हमेशा के लिए प्रेसिडेंट बने रहे सकते हैं। आखिर ऐसा क्यों हुआ कि जिनपिंग चीन में इतने पावरफुल हो गए? आखिर क्यों उनके आने के बाद देश में संविधान को बदल गया? इतना ही नहीं, जिनपिंग की विचारधारा को संविधान में शामिल किया गया, जिसके बाद वो देश के फाउंडर और पहले कम्युनिस्ट नेता माओत्से तुंग के बराबर हो गए हैं।
कौन हैं जिनपिंग?
शी जिनपिंग के लिए यहां तक रास्ता आसान नहीं था। इन शीर्ष पदों के लिए उनकी कड़ी तपस्या भी है। 1953 में बीजिंग में जन्मे जिनपिंग आजाद चीन में पैदा होने वाले पहले राष्ट्रपति हैं। उनके क्रांतिकारी पिता शी जोंगशुन 1962 में माओ सरकार में उप-प्रधानमंत्री थे। जिस उम्र में बढ़ते हुए बच्चे अच्छी शिक्षा पाने के लिए शहर का रुख करते हैं, उस उम्र में जिनपिंग को गांव में काम करने के लिए भेज दिया। पेशे से केमिकल इंजीनियर जिनपिंग का निजी जीवन हमेशा सीक्रेट रहा है। यह बड़ी हैरत की बात है कि उनकी बेटी नाम बदल कर अमेरिका में 24 घंटे के चीनी सुरक्षा गार्डो की निगरानी में रहती है। पत्नी की बात करें तो चीन में भले की चीन में जिनपिंग का नाम चीनी जनता न जानें, लेकिन उनकी पत्नी का नाम हर किसी की जुबां पर होता है।
काम करने के लिए पिता ने भेजा गांव चीन में सांस्कृतिक क्रांति के दौरान वे 15 वर्ष की उम्र में जिंयागडीन प्रांत चले गए थे। वे वहां कोयला खदानों में काम करते थे और गुफाओं में रहते थे। स्थानीय गांव के लोगों का कहना है कि वे शुरू से ही गंभीर और ईमानदार व्यक्ति थे। इसलिए वह सबकी पसंद थे। बाद के सालों में जिनपिंग ने भी माना कि गांव के काम करने का अनुभव उनकी जीवन का सबसे बड़ा टर्निग प्वाइंट था।
बीजिंग के शिन्हुआ यूनीवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में डिग्री ली। भले ही चीन अमेरिका विरोधी हो, लेकिन डिग्री लेने के बाद जिनपिंग ने अपनी रिसर्च 1985 में अमेरिका के आयोवा स्टेट के इंस्टीट्यूट में की। इतना ही नहीं, उन्होंने बेटी को शी मिंग्जे को पढ़ने के लिए हार्वर्ड भेजा।
भले ही आज जिनपिंग कम्युनिस्ट पार्टी के टॉप लीडर हैं। लेकिन अपने शुरुआती दौर में नौ से अधिक बार पार्टी से जुड़ने की अर्जी दी थी। लेकिन, हर बार उनके पिता के वजह से अर्जी नामंजूर हो जाती। 1974 में जिनपिंग ने लोकल पार्टी सेक्रेटरी के तौर पर पार्टी ज्वाइन की।
इसके बाद वे फूजियान और झेंझियांग प्रांत में उच्च पदों पर भी रहे। उन्होंने राज्यों के लिए फॉरेन इन्वेस्टमेंट को आकर्षित करने के सबसे कई तिकड़में लड़ाई। 2000 में पूर्वी राज्य फूजियान का गर्वनर रहते हुए ताइवान से निवेश जुटाने के कई प्रयास किए। ताइवान के कई व्यापारियों को मनाने के लिए तो वे उनसे एक व्यापारी के रूप में मिले। इन व्यापारियों ने बाद में उन्हें टीवी पर देखा और असली पहचान जानी।
जिनपिंग के परिवार के बारे में बहुत ही कम जानकारी सामने आती है। हालांकि उनकी पत्नी पेंग लीयुआन अपने परिवार में सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। वह एक अभिनेत्री और पॉप सिंगर हैं और चीन के करोड़ों लोगों को दिल बहलाती हैं। वे पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी के बैंड में मेजर जनरल हैं।
शी जिनपिंग-लीयुआन की बेटी के बारे में हमेशा रहस्य बना रहा है। अमेरिकी मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक शी जिनपिंग की बेटी का नाम शी मिंग्जी है और वो हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज, मैसाचुसेट्स में पढ़ाई कर रही हैं। ऐसा भी कहा जा रहा है कि वो 24 घंटे चीनी सुरक्षा गार्डों की नजर में रहती है।
कंट्रोवर्सी
प्यार से ‘शी’ कहलाने वाले जिनपिंग भ्रष्टाचार पर अपने कड़े रुख और राजनैतिक व आर्थिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए दो टूक बातें करने के लिए जाने जाते हैं। उन्हें चीनी साम्यवादी पार्टी के नेतृत्व की 5वीं पीढ़ी का मुखिया कहा जाता है। बावजूद इसके, न्यूज साइट ब्लूमबर्ग ने खुलासा किया कि जिनपिंग का उनके परिवार और रिश्तेदारों की 2030.4 करोड़ रु. की कंपनियों में हिस्सा है। हालांकि, ये नहीं कहा गया कि इस संपत्ति को जुटाने में जिनपिंग की कोई भूमिका थी। उनकी हांगकांग में 302 करोड़ रु. की सात प्रॉपर्टी हैं। इस रिपोर्ट के बाद चीन सरकार ने ब्लूमबर्ग वेबसाइट ही ब्लॉक कर दी।
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