ये हैं दुनिया भर के मगरों के चाचा! ज्यादातर ऑस्ट्रेलिया, भारत और एशिया के कुछ और हिस्सो में पाए जाते हैं। इन्हें साल्ट वाटर क्रोकोडाइल यानी खारे पानी का मगरमच्छ भी कहते हैं। ये 20 फुट तक लंबे होते हैं, लेकिन ये वाले 16 फुट लंबे हैं। जब ये अपना दैत्याकार जबड़ा खोलते हैं तो आप अंदर तक झांक सकते हैं। मौका पा जाएं तो एक बाइट में ही ये पूरा का पूरा आदमी निगल जाएं। लेकिन काली खोपड़ी ने इन्हें भी नचा रखा है। लेकिन यकीन मानिये जब ये आदमखोर मगरमच्छ मुंह खोलता है तो कलेजा मानो मुंह को ही आ जाता है।
ऑस्ट्रेलिया के डार्विन में क्रोकोसॉरस नाम की जगह है, जहां डेथ ऑफ केज यानी मौत के पिंजड़े के जरिये लोग मगरमच्छ के मुंह तक जाकर एक्सपीरियंस लेते हैं। इस जगह पर लोग छुट्टियां एंजॉय करने जाते हैं। करीब आधा घंटे के हाड़ कंपाऊ कार्यक्रम के लिए भारी रकम चुकाते हैं।
कमाल की बात यह है कि जिस पिजड़े के जरिये लोग मगर के पास जाते हैं, वह एक पतली प्लास्टिक की चादर का बना होता है। मगर चाहे तो एक बार में पिंजड़े को तहस नहस कर दे। लेकिन मगर का ध्यान भटकाने के लिए उसे छोटे जीव-जंतुओं का भोजन लगातार कराया जाता है।
इस काम के लगते हैं इतने पैसे
डेली मेल की खबर के मुताबिक इस आधा घंटे के कार्यक्रम के लिए एक आदमी को 103 पाउंड यानी करीब साढ़े आठ हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं।
क्रोकोसॉरस नाम की जगह का उद्घाटन 2011 में हुआ था, तब से यहां पर्यटकों का खासी तादात आती रहती है। इस जगह पर 7 मगरमच्छ हैं। जिनमें एक जोड़ी का नाम विलियम और केट भी है। इस जगह पर लोगों को छोटे मगरमच्छों को अपने हाथों से मांस भी खिलाने का भी मौका मिलता है।
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